26 October 2023

आखिर क्यों जलाते हैं दिवाली की रात में घी और तेल के दीपक?

दिवाली सनातन परंपरा का एक प्रमुख त्यौहार है। पांच दिनों तक चलने वाला यह त्यौहार विभिन्न देवताओं की पूजा के लिए समर्पित है। लेकिन इस त्यौहार में सबसे ज्यादा महत्व दीपावली के दिन का होता है। इस दिन हर घर में दीपोत्सव मनाया जाता है और माँ लक्ष्मी और गणेश भगवान की पूजा की जाती है। यह पर्व हर साल कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है। 

लोगों द्वारा दीपावली का पर्व मनाने के लिए कई दिनों पहले से तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं। लोग अपने घरों की साफ सफाई करते हैं। घरों की दीवारों पर रंग रोगन करवाते हैं। दीये खरीदकर लाते हैं। इसके बाद दिवाली का त्यौहार शुरू होता है। यह त्यौहार विभिन्न प्रकार के पकवानों की सुगंध और रंगोली के रंगों से घर को भर देता है।

लोगों के बीच धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त करके इस दिन अयोध्या लौटे थे। इसलिए अयोध्या के लोगों ने उनके स्वागत में पूरे नगर में दीये जलाए थे। तब से दीपावली के दिन दीये जलाना बेहद शुभ माना जाता है। इससे अंधकार दूर होता है और माँ लक्ष्मी की कृपा लोगों पर होती है। जिससे उन्हें कभी भी धन धान्य की कमी नहीं होती। दीपावली के त्यौहार पर घी और तेल के दीपक जलाने की परंपरा है। आइए हम जानते हैं कि पर्व पर इन दीपकों के क्या-क्या फायदे हैं-

 

दिवाली पर इसलिए जलाना चाहिए तेल का दीपक 

पंडितों का कहना है कि दिवाली पर तेल के दीपक जलाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्तों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। दीपक जलाने के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही अगर हो सके तो मिट्टी के दीयों का ही इस्तेमाल करें। सरसों के तेल के दीपक जलाने से घर में सुख शांति बनी रहती है और ग्रहों की दशा मजबूत होती है। 

 

दिवाली पर घी का दीपक जलाने से होंगे ये लाभ 

दिवाली पर अगर गाय के घी का दीपक जलाया जाए तो इससे माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। कहा जाता है कि दिवाली पर घी का दीपक जलाने से कभी भी घर में धन धान्य की कमी नहीं होती। घर के लोग हमेशा तरक्की की राह पर आगे बढ़ते हैं। इसलिए दिवाली के पर्व पर घी के दीपक जलाने की परंपरा है।