Mahakumbh has started on the holy land of Prayagraj. Devotees from all over the country and abroad have gathered to take a holy dip at the confluence of life-giving Ganga, Yamuna and invisible Saraswati.
प्रयागराज की पावन धरती पर महाकुंभ का शुभारंभ हो चुका है। जीवनदायिनी गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर देश-विदेश से श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाने के लिए उमड़ पड़े हैं। पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के साथ ही महाकुंभ में महास्नान की शुरुआत हो गई है।
कुंभ मेला भारत का एक प्रमुख धार्मिक उत्सव है जो हर 12 वर्षों में आयोजित होता है। महाकुंभ, पूर्णकुंभ और अर्धकुंभ इसके विभिन्न रूप हैं, जो आध्यात्मिक मुक्ति और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक हैं।