भारत के लिए गरीबी और कुपोषण हमेशा से एक बड़ी समस्या रही है, खासकर ग्रामीण इलाकों और आदिवासी इलाकों में। कोविड-19 ने उन लोगों के लिए चिंताजनक स्थिति पैदा कर दी जो पहले से ही गरीबी रेखा से नीचे थे, क्योंकि इस कठिन समय में उनके पास काम करने के लिए छोटी-मोटी नौकरियाँ भी नहीं थीं।
संस्थान अपने अभियान, गरीब परिवार राशन योजना (जीपीआरवाई) की मदद से सबसे जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। इस अभियान के तहत संस्थान अपने साथ जुड़े परिवारों को हर महीने मासिक राशन उपलब्ध कराते हैं। इन सभी परिवारों को राशन कार्ड प्रदान किए जाते हैं, और उन्हें हर महीने की शुरुआत में राशन किट मिलती है।
ऐसे कई परिवार हैं जिन्हें इस कठिन समय में आपकी मदद की ज़रूरत है और संस्थान पूरे भारत में ऐसे अधिक से अधिक परिवारों की मदद करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। गरीब परिवार राशन योजना वंचित परिवारों को गेहूं का आटा, दाल, खाना पकाने का तेल और मसाले आदि जैसी खाद्य आपूर्ति प्रदान करती है। प्रत्येक परिवार को मासिक आपूर्ति प्रदान की जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके परिवार में किसी को भी भूखा न सोना पड़े। अब तक हम पूरे देश में 46,028 राशन किट वितरित कर चुके हैं।
आपका 2000/- रुपये का छोटा सा दान एक परिवार को पूरे महीने भर के लिए खाना खिला सकता है और इस क्रूर दुनिया में उनके जीवित रहने की संभावना को बढ़ाने में मदद कर सकता है।