भोजन, मानव की सबसे बुनियादी आवश्यकता है, लेकिन दुर्भाग्यवश, आज भी हमारे समाज में बहुत से लोग हैं, जिनके पास पेट भरने का साधन नहीं है। यह सच है कि समाज के वंचित वर्गों के लिए भोजन की कमी एक गहरी और जटिल समस्या बन चुकी है। खासकर हमारे ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में, जहां गरीबी और कुपोषण एक आम तस्वीर बन गई है।
नारायण सेवा संस्थान ने हमेशा इस अन्न की कमी को दूर करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाई है। संस्था ने कई प्रभावशाली पहल की हैं, जैसे “गरीब परिवार योजना”, जो खासकर उन जरूरतमंदों के लिए हैं, जो कठिन समय का सामना कर रहे हैं। हमनें “गरीब परिवार राशन योजना” के तहत वंचितों के लिए अन्नदान का ऑनलाइन दान स्वीकार करना शुरू किया, ताकि जो लोग किसी कारणवश अपना पेट नहीं भर पा रहे, उन्हें मदद मिल सके।
ऐहमारी यात्रा इस बात की प्रतीक है कि एक सच्चे समर्पण और भावना से, हम समाज के हर जरूरतमंद तक भोजन पहुँचा सकते हैं। नारायण सेवा संस्थान ने लोगों को अकेला कभी नहीं छोड़ा, और हम लगातार उन लोगों को मदद देने के लिए काम करते रहे, जो भूख से तड़प रहे थे। यह संघर्ष सिर्फ एक संस्थान का नहीं, बल्कि हर एक व्यक्ति का है, जो दूसरों की मदद करने में विश्वास करता है।
आपका 2000/- रुपये का छोटा सा दान एक परिवार को पूरे महीने भर के लिए खाना खिला सकता है और इस क्रूर दुनिया में उनके जीवित रहने की संभावना को बढ़ाने में मदद कर सकता है।