ट्रेन से पैर कटने के बाद , ऐसे लौटी पटरी पर जिंदगी

Start Chat


सफलता की कहानी: अक्षय

अक्षय तिलमोरे महाराष्ट्र के अकोला जिले के रहने वाले हैं। एक दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन हादसे ने उनके जीवन को पूरी तरह से बदल कर रख दिया, जिसमें उन्होंने अपना एक पैर खो दिया। इस हादसे के बाद उनके जीवन में चुनौतियों का पहाड़ टूट पड़ा। अपने शारीरिक कष्टों के साथ-साथ मानसिक और भावनात्मक संघर्ष से भी लड़ना उनके लिए प्रतिदिन का काम् हो गया। उनकी दिनचर्या और आजीविका दोनों ही प्रभावित हो गईं, और उन्हें एक नया जीवन शुरू करने के लिए संघर्ष करना पड़ा।

हाल ही में अक्षय उदयपुर स्थित नारायण सेवा संस्थान पहुंचे; जहां उनकी जिंदगी में एक नया सवेरा हुआ। संस्थान ने न केवल उनकी तकलीफों को समझा, बल्कि उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का एक रास्ता भी दिखाया। अक्षय को नारायण लिंब प्रदान किया गया, जिससे अब वे पहले की तरह फिर से चल-फिर सकते हैं और सामान्य जीवन जी सकते हैं। उनके जीवन में यह परिवर्तन आशा की किरण लेकर आया, जिससे उन्हें आत्मनिर्भरता के साथ आत्मविश्वास प्राप्त हुआ।

संस्थान की मदद यहीं खत्म नहीं हुई। अक्षय ने हाल ही में नारायण सेवा संस्थान के कौशल प्रशिक्षण केंद्र में कंप्यूटर कोर्स के लिए प्रवेश लिया, जहां अब वे कंप्यूटर का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। यह कोर्स उन्हें नई संभावनाओं और अवसरों की ओर ले जा रहा है, जिससे वे भविष्य में एक सफल और स्वतंत्र जीवन जीने की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।

अक्षय की यह यात्रा संघर्ष और सफलता की एक प्रेरणादायक कहानी है, जिसमें नारायण सेवा संस्थान ने उनके जीवन को एक नया मोड़ दिया है।