पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन क्षेत्र के रड़ावास निवासी जसवंत सिंह (28) के जन्म से बायां पैर नहीं है। बचपन से ही उन्हें क्रिकेट का शौक था। इसके लिए उन्होंने जयपुर जाकर क्रिकेट की प्रैक्टिस की और बारीकियां सीखी। वे भारतीय व राजस्थान दिव्यांग क्रिकेट टीम में भी खेल चुके हैं। इनका जुनून और जोश अन्य खिलाडियों और दिव्यांगों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। जसवंत ने क्रिकेट के प्रति खुद को इतना समर्पित किया कि दिव्यांग होने एवं बैसाखी के सहारे चलने के बावजूद सलामी बल्लेबाज के रूप में लगातार खेल रहे हैं। इनका कलात्मक खेल देखकर हर कोई आश्चर्यचकित है। एक पैर से सलामी बल्लेबाज के रूप में मैदान में उतरकर सामान्य खिलाड़ियों की तरह चैके और छक्के जड़ते हैं। जसवंत बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी माहिर हैं। बैसाखी के सहारे लंबा रनअप लेकर 100 किमी की रफ्तार से गेंद फेंकते हैं। इनके नाम अब तक के सबसे लम्बे (96 मीटर) छक्के मारने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। जसवंत 28 सितम्बर से उदयपुर नारायण सेवा संस्थान द्वारा आयोजित तृतीय नेशनल स्टैंडिंग क्रिकेट चैंपियनशिप में 65 बॉल में 122 रन बना शानदार प्रदर्शन दिया।