04 November 2024

Kharmas 2024: खरमास में ये उपाय करके पितृ दोष से पाएं मुक्ति

साल 2024 में 15 दिसम्बर से खरमास की शुरुआत हो रही है। भारतीय ज्योतिष परंपरा के अनुसार, जब सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं उसी दिन से इसकी शुरुआत मान ली जाती है। जब तक सूर्य देव धनु राशि में रहते है उस अवधि को खरमास कहा जाता है। सूर्य भगवान के धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते ही मलमास समाप्त हो जाता है।

खरमास में शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है लेकिन इस माह में दान-पुण्य का विशेष महत्व माना जाता है। कहा जाता है कि इस माह में दीन दु:खी और असहाय लोगों को दान करने से देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 

सनातन परंपरा में नवग्रहों की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। कहा जाता है कि यदि किसी ब्यक्ति की कुंडली में दोष होता है उसके हिसाब से ग्रहों की शांति कारवाई जाती है। जिस किसी भी जातक की कुंडली में पितृ दोष होता है वह इस महीने में विशेष उपाय करके इसको दूर किया जा सकता है।

 

भगवान शिव की आराधना

खरमास के दौरान भगवान शिव की पूजा करके जातक को पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है। इसके दौरान पवित्र नदियों में स्नान-दान और तर्पण का विशेष महत्व बताया जाता है। यह करने से सुख समृद्धि मिलती है और पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। 

 

भगवान शिव को अर्पित करें ये चीजें

पौराणिक मान्यताओं में भगवान शिव को पितृ प्रधान माना जाता है। जो भी इस माह में भगवान शिव की पूरे भक्ति भाव से पूजा करता है उसके ऊपर से पितृ दोष का प्रभाव कम होने लगता है। इस समय भगवान शिव की पूजा के दौरान बेलपत्र और शमी की पत्ती जरूर अर्पित करें। 

 

पितृ स्तोत्र का करें पाठ

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, खरमास के माह में पितृ स्तोत्र का पाठ करने से पितृ दोष से मुक्ति पाई जा सकती है। 

 

प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):-

 

प्रश्न: 2024 में खरमास कब है?

उत्तर: 2024 में खरमास 15 नवंबर, 2024 से शुरू होकर 13 दिसंबर, 2024 तक रहा था।

 

प्रश्न: खरमास साल में कितनी बार लगता है?

उत्तर: खरमास हर साल एक बार ही लगता है। यह एक खास कालखंड है जो हिंदू धर्म में काफी महत्व रखता है।

 

प्रश्न: खरमास में कौन-कौन से कार्य वर्जित हैं?

उत्तर: खरमास में कई शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं, जैसे:

विवाह, शादी-ब्याह, गृह प्रवेश, मुंडन, नया व्यवसाय शुरू करना, यात्राएं करने से बचना चाहिए।

 

प्रश्न: खरमास में क्या करें क्या न करें?

उत्तर: क्या करें:
धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ, ध्यान, दान पुण्य, आध्यात्मिक साधना
क्या न करें:
उपरोक्त बताए गए शुभ कार्य न करें।

 

प्रश्न : खरमास में किसकी पूजा होती है?

उत्तर: खरमास के दौरान विशेष रूप से किसी देवता की पूजा नहीं की जाती है। हालांकि, इस दौरान भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करना शुभ माना जाता है।